अभी कुछ लोग ज़िंदा हैं, जो मीठा बोल देते हैं
सलीक़े से हवाओं में, जो ख़ुशबू घोल देते हैं,अभी कुछ लोग ज़िंदा हैं, जो मीठा बोल देते हैंकिसी से जब भी मिलते हैं मुहब्बत से वो मिलते हैंमधुर वाणी से…
सलीक़े से हवाओं में, जो ख़ुशबू घोल देते हैं,अभी कुछ लोग ज़िंदा हैं, जो मीठा बोल देते हैंकिसी से जब भी मिलते हैं मुहब्बत से वो मिलते हैंमधुर वाणी से…